स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गांव महाराजगंज थाने के बालिया निवासी बालेश्वर प्रसाद के पुत्र राजाराम प्रसाद की हत्या के मामले में मृतक की पत्नी 40 वर्षीय पूनम देवी ने नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। हत्या के कारणों के बारे में पुलिस को उसने बताया है की 15 साल से उसके पट्टीदार से जमीन का विवाद चल रहा था। जिन लोगो के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है उनमें बालिया गांव के निवासी श्रवण प्रसाद, राजकिशोर प्रसाद, सुरेंद्र प्रसाद, जवाहर प्रसाद, वीरेंद्र प्रसाद और संतोष प्रसाद का नाम शामिल है। पत्नी ने बताया की जमीन का यह मामला कोर्ट में भी चल रहा है। पत्नी ने पुलिस को बताया की 2 मई को सिविल कोर्ट से पट्टीदारों को नोटिस आया था। इसके बाद से ही मेरे पट्टीदार उग्र हो गए थे और लगातार गाली गलौच तथा पति को जान से मार देने की धमकी दे रहे थे। घटना के दिन रोज की तरह पति बाजार गए थे और शाम को लौट रहे थे, इस दौरान सुचना मिली की उन्हें तीन मुहानी पर कुछ लोगो ने गोली मर दी है। पत्नी ने कहा है की पट्टीदारों ने ही पति की हत्या की है।
translate in english:-40-year-old Poonam Devi, the wife of the deceased, has filed a nominated FIR in the case of murder of Rajaram Prasad, son of Baleshwar Prasad, resident of Balia village of Maharajganj police station of Health Minister Mangal Pandey. He has told the police about the reasons for the murder that for 15 years there was a dispute over the land with his Pattidar. The people against whom the named FIR has been lodged are Shravan Prasad, Rajkishore Prasad, Surendra Prasad, Jawahar Prasad, Virendra Prasad, residents of Balia village.And the name of Santosh Prasad is included. The wife told that this matter of land is also going on in the court. The wife told the police that on May 2, a notice had come from the civil court to the pattidars. Since then my bandits became furious and were continuously abusing and threatening to kill my husband.On the day of the incident, as usual, the husband had gone to the market and was returning in the evening, during which he got information that some people had shot him on three mouths. The wife has said that it was the Pattidars who killed the husband.