जमीन और भवन के अभाव में शहर में चल रहे 9 प्राइमरी स्कूलों का अस्तित्व अब पूर्णत ख़त्म हो जायेगा। सर्वशिक्षा अभियान के DPO अवधेश कुमार ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है की 4 सालो में वह इन स्कूलों के लिए दान में जमीन खोजते-खोजते थक गए हैं। ऐसे में इन स्कूलों को नजदीकी स्कूलों में मर्ज करने के सिवा कोई रास्ता नहीं है। ये स्कूल नजदीक के स्कूलों में शिफ्ट किये गए थे। शहर गन्नौर स्कूल नजदीकी स्कूलों में शिक्षा ले रहे 5000 से अधिक बच्चो को दूसरे नजदीकी गावों के प्राइमरी स्वहूलो में शिक्षा लेने जाना होगा। बच्चो को दूसरे स्कूलों में जाने के लिए 1 से 2 किलोमीटर का सफर तय करना होगा। जो छोटे मासूम बच्चो के लिए काफी अधिक कष्टदायक होगा। इन 9 प्राइमरी स्कूलों में प्राथमिक विद्यालय कागजी मुहल्ला ,BNAC मकतब ,मध्य विद्यालय मखदूम सराय ,प्राथमिक विद्यालय पकड़ी मकड़ीयार ,प्राथमिक विद्यालय नया किला ,प्राथमिक विद्यालय पचरुखी कोइरी टोला ,ओरमा मुकुंद उत्तर टोला ,प्राथमिक विद्यालय कामेश्वरी संस्कृत श्रद्धानन्द बाजार शामिल है। शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है की जिस स्कूलों को दूसरे विद्यालय में शिफ्ट किया गया है ,उन स्कूलों को अब उसी स्कूलों में मर्ज कर दिया जायेगा ,ताकि उस स्कूल में अब एक ही नाम से स्कूल का संचालन होगा। इससे पठन-पाठन की व्यवस्था बेहतर होगी। साथ ही छात्र संख्या के अनुपात में शिक्षकों की भी गणना करने का आदेश शिक्षा विभाग के अधिकारिओ द्वारा BEO को दिया गया है। सदर BEO ने बताया की श्यामपुर हरिजन टोला प्राइमरी स्कूल भी भवनहीन है ,जससे मिडिल स्कूल में शिफ्ट किया गया है। हालाँकि इसे अब मर्ज करने की जरुरत नहीं पड़ेगी। कारण की इस स्कूल के निर्माण के लिए जमीं उपलब्ध हो गीयी है और भवन निर्माण के लिए बजट बनाकर वरीय अधिकारीयों के पास भेह दी गयी है। बजट आवंटन होते है इस स्कूल के लिए भवन का निर्माण शुरू हो जायेगा।
ज़मीन के अभाव
SHORT INFORMATION :- Due to the lack of land and building, the existence of nine primary schools running in the city will now end completely. Sarva Shiksha Abhiyan DPO Awadhesh Kumar has clarified in his report that in 4 years he is tired of searching for donated land for these schools. In such a situation, there is no way but to merge these schools with the nearby schools.These schools were shifted to nearby schools. City Ganaur School More than 5000 children studying in nearby schools will have to go to the primary schools of other nearby villages for education. Children will have to travel 1 to 2 kilometers to go to other schools. Which will be very painful for small innocent children. In these 9 primary schools, Primary School Kagji Mohalla, BNAC Maktab, Middle School Makhdoom Sarai, Primary School Pakdi MakdiyarPrimary School New Fort, Primary School Pachrukhi Koiri Tola, Orma Mukund North Tola, Primary School Kameshwari Sanskrit Shraddhanand Bazar are included. The Education Department has decided that the schools which have been shifted to another school, those schools will now be merged into the same schools, so that the school will now run under the same name in that school. This will improve the system of learning. Along with this, the education department has ordered to calculate the number of teachers in proportion to the number of students., which has been transferred to middle school. However, it no longer needs to be merged. The reason is that land has been made available for the construction of this school and the budget for the construction of the building has been sent to the senior officials. Once the budget allocation is done, the construction of the building for this school will start.